प्रजातंत्र टीवी ब्यूरो/ अयोध्या : श्रीराम की नगरी अयोध्या सिर्फ आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि सेवा और संवेदना की भी मिसाल है। अमेरिका में बसे भारतवंशी समाजसेवी प्रणव देसाई की पहल पर यहां 1500 मोतियाबिंद रोगियों के निःशुल्क ऑपरेशन का भव्य शिविर प्रारंभ हुआ है, जो चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
इस सेवा अभियान की शुरुआत श्री दीन बंधु नेत्र चिकित्सालय में कल्याणम करोति, लखनऊ और श्री मणि राम दास छावनी सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में की गई। 5 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलने वाले इस शिविर का उद्घाटन महंत कमल नयन दास शास्त्री ने हजारों लाभार्थियों की उपस्थिति में किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा— यह मात्र दान नहीं, एक पवित्र संकल्प है। अयोध्या को मोतियाबिंद से मुक्त करने का प्रणव देसाई का यह योगदान आने वाले समय में सेवा की नई दिशा तय करेगा।
वो अमेरिका में रहकर भी भारत की सेवा में जुटे हैं
इस मौके पर काशी से पधारे दंडी स्वामी अवधेशाश्रम जी महाराज ने प्रणव देसाई की सराहना करते हुए कहा, वो अमेरिका में रहकर भी भारत की सेवा में जुटे हैं—यह दर्शाता है कि असली देशभक्ति सेवा में है। बता दें कि पिछले वर्ष भी VoSAP (Voice of Specially Abled People) के सौजन्य से लगभग 4000 ऑपरेशन सफलतापूर्वक कराए गए थे। इस बार शिविर का दायरा और उद्देश्य दोनों विस्तृत हैं—सिर्फ दृष्टि नहीं, दृष्टिकोण बदलने का प्रयास है।

प्रणव देसाई स्वयं एक दिव्यांग होने के बावजूद वैश्विक स्तर पर भारत के लिए प्रेरणा बन चुके हैं। उन्होंने दिव्यांगता को कमजोरी नहीं, बल्कि कर्तव्य का माध्यम बनाया है। इस अवसर पर भाजपा अयोध्या के NGO प्रकोष्ठ के संयोजक सुनील दुबे एवं वरिष्ठ पत्रकार संजय शुक्ला को उनके सामाजिक योगदान के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन चिकित्सालय प्रमुख यू.डी. मिश्रा ने किया और सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया।
शिविर में अनुभवी नेत्र चिकित्सकों की टीम सेवाभाव से जुटी है और बड़ी संख्या में मरीज पहले ही पंजीकरण करा चुके हैं। यह सेवा शिविर अयोध्या में न सिर्फ दृष्टि लौटा रहा है, बल्कि भरोसे का प्रकाश भी फैला रहा है।